rohit_420
My Real Life
2018-01-14 12:12:06 (UTC)
अस्तित्व
क्या पहचान है मेरी,
क्या है मेरा अस्तित्व.....
किसी की बेटी हूँ,
हूँ किसी की बहन मैं,
किसी की अर्धांगिनी हूँ,
हूँ किसी की इज़्जत मैं.......
मैं हूँ एक औरत,
मैं एक दुनिया हूँ....
खुद में समाया है मैंने,
पूरे ब्रम्हांड को,
खयड में बसाया हैं मैंने,
हर किसी के मान को....
औरत हूँ मैं,
तो फिर क्यों अधूरी हूँ मैं.....
क्यों जरूरी है साथ तुम्हारा,
क्या तुम खुद में पूरे हो.....
क्या पहचान है मेरी.....
क्या है मेरा अस्तित्व.....!
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